ये महलों ये तख्तों

ये महलों ये तख़्तों 
ये ताजों की दुनिया 

ये इंसाँ के दुश्मन 
समाजों की दुनिया 

ये दौलत के भूके 
रिवाजों की दुनिया 

ये दुनिया अगर मिल 
भी जाए तो क्या है..!

पुस्तक : kulliyat-e-sahir Ludhianvi 
रचनाकार : SAHIR LUDHIANAVI 
प्रकाशन : Farid Book Depot

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